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जागरण जंक्शन मंच से हम सभी ब्लॉगर जुड़े हुए हैं.इस मंच द्वारा आयोजित होने वाली प्रतियोगिताएं में भाग लेना हमारा नैतिक दायित्व है.मुझे ख़ुशी है कि सबसे पहले मै इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उपस्थित हुआ हूँ.प्रतियोगिता में पुरस्कार मिलना और न मिलना उतना महत्वपूर्ण नहीं है,जितना कि इस आयोजन में भाग लेना है.मै मंच के सभी ब्लॉगर मित्रों से अनुरोध करूँगा कि सब लोग इस प्रतियोगिता में भाग लें तथा इस आयोजन को सफल बनाये.ये प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए जागरण जंक्शन मंच को बधाई तथा इस आयोजन की सफलता के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाएं.
हिंदी ब्लॉग जगत के सर्वश्रेष्ठ 10 ब्लॉगरों का चुनाव=मेरी पसंद के १० सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगर निम्न प्रकार से हैं.उनकी श्रेष्ठ रचनाओं का संक्षिप्त विवरण भी दिया गया है.
१-आदरणीय निशा मित्तल जी,
आत्मग्लानी (एक लघु कथा)= बहुत शिक्षापप्रद है.इस लघुकथा से यह शिक्षा मिलती है कि बच्चोके जीवन में निराशा के क्षण भी आते हैं,अत:ऐसे समय में उन्हें कुछ सकारात्मक सुझाव देकर निराशा की स्थिति से बाहर निकालना चाहिए ताकि कोई अप्रिय घटना न घटने पाये.
http://nishamittal.jagranjunction.com/2013/10/03/आत्मग्लानी/
२-आदरणीय जवाहर लाल सिंह जी,
मलाला का मलाल =बहुत ज्ञानवर्धक लेख है.आतक और मौत से लड़कर विजयी होने वाली मलाला यूसुफजई न सिर्फ दुनियाभर की लड़कियों व् महिलाओं के लिए बल्कि आतंक से छुटकारा चाहने वालों और दुनिया के हर मनुष्य का सर्वंगीण विकास चाहने वालों की प्रेरणास्रोत भी बन चुकी है.
http://jlsingh.jagranjunction.com/2013/10/15/मलाला-का-मलाल/
३-आदरणीय यमुना पाठक जी,
मैं आज भी उतना ही मासूम हूँ!=बहुत प्रेरणादायक लेख है.माता-पिता को यह शिक्षा देता है कि बच्चो को समय देना जरुरी है.बच्चो को माता-पिता का समय और प्यार मिलना चाहिए.बच्चे यही चाहते हैं.
http://yamunapathak.jagranjunction.com/2013/11/08/मैं-आज-भी-उतना-ही…
४-आदरणीय सरिता सिन्हा जी,
“निकलो न बेनक़ाब”=आज सर्वत्र नारी स्वतंत्रता की बात चल रही है.इस लेख में लेखिका ने बहुत अच्छे ढंग से यह समझाया है कि नारी और पुरुष में एक प्राकृतिक भिन्नता है,जिसे नकारा नहीं जा सकता है.
http://sinsera.jagranjunction.com/2012/11/10/निकलो-न-बेनक़ाब/
५-आदरणीय हरेन्द्र रावत जी,
चलो मंगल पर चलें !(कविता)=यह सरल हिंदी में लिखी हुई बहुत अच्छी हास्य व्यंग्य कविता है.कवि की कल्पना अदभुद है.भ्रस्टाचार और घोटालों में देश डूबा हुआ है.अब मंगल ग्रह पर बसकर यही सब वहाँ भी करने की तैयारी हो रही है.
http://harirawat.jagranjunction.com/2013/11/05/चलो-मंगल-पर-चलें/
६-आदरणीय पापी हरिश्चंद्र जी,
मुंगेरी लाल के हसीन सपने,, या,, खोदा पहाढ़ निकली चुहिया=बहुत अच्छा हास्य व्यंग्य लेख है.आज मीडिया जिसे चाहे सर आँखों पर बैठा ले और जिसे चाहे गर्त में धकेल दे.मिडिया से लेकर संत और सरकार तक सब पर बहुत अच्छा व्यंग्य किया गया है.
http://hcsharma.jagranjunction.com/2013/10/21/मुंगेरी-लाल-के-हसीन-स…
७-आदरणीय राजेश कुमार श्रीवास्तव जी,
बलात्कार (एक लघु कथा)=मेरे विचार से ये लेखक की सर्वश्रेष्ठ रचना है,इस लेख में मिडिया की संवेदनहीनता को दर्शाया गया जो अपनी टीआरपी बढ़ाने के ही चक्कर में लगी रहती है और गरीबों पर होने वाले अत्याचार पर ध्यान नहीं देती.
http://rajeshkumarsrivastav.jagranjunction.com/2013/10/25/बलात्कार-…
८-आदरणीय रंजना गुप्ता जी,
प्रश्न ###कविता !!!=अन्याय का प्रतिरोधकरने न्याय की स्थापना !क्या कृष्ण आएगा यहाँ !!!यह कविता आज की अन्यायपूर्ण सामाजिक व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है.देश की भ्रष्ट व्यवस्था में अब सुधार कौन करेगा. में अब भ्रष्ट व्यवस्था में सुधार भगवान भरोसे ही है.
http://ranjanagupta.jagranjunction.com/2013/11/10/प्रश्न-कविता/
९-आदरणीय योगी सारस्वत जी.
“वहाँ” ज़िंदगी कदम कदम पर रोती होगी” इस लेख में दुनिया के कई देशों में रह रहे हिन्दू शरणार्थियों और अल्पसंख्यक हिन्दुयो की बदहाल स्थिति पर बहुत सजीव और सार्थक ढंग से प्रकाश डाला गया है.
http://yogensaraswat.jagranjunction.com/2013/04/15/वहाँ-जिंदगी-कदम-…
१०-आदरणीय संजय कुमार गर्ग जी,
”बाबर” की रगों में ”हिन्दू” का खून है!=नवोदित ब्लागर की यह उत्कृष्ट रचना है.यह लेख हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करता है.यह लेख लोगों को रक्तदान करने के लिए भी प्रेरित करता है.
http://sanjayutterpradesh.jagranjunction.com/2013/11/11/बाबर-की-रगो..
निवेदन=मेरी पसंद के और भी बहुत सारे सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगर हैं,परन्तु प्रतियोगिता में १० सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगर ही चुनना है,इसीलिए और लोगों को न चुन पाने की मज़बूरी है.इसके लिए क्षमा चाहते हुए अपने सादर प्रेम और शुभकामनाओं सहित “श्रेष्ठता का चुनाव आपके हाथ” इस लेख का समापन करता हूँ.प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को मै अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ.
(सद्गुरु श्री राजेंद्र ऋषि जी,प्रकृति पुरुष सिद्धपीठ आश्रम,ग्राम-घमहापुर,पोस्ट-कंदवा,जिला-वाराणसी.पिन-२२११०६)
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