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आम बजट से सभी लोगों की अपनी अपनी उम्मीदें हैं

सद्गुरुजी
सद्गुरुजी
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आम बजट से सभी लोगों की अपनी अपनी उम्मीदें हैं
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केंद्र सरकार द्वारा आगामी दस जुलाई को संसद में पेश किए जाने वाले आम बजट से सारे देशवासियों को काफी उम्मीदें हैं.सभी वर्गों के लोग आशान्वित हैं कि आम बजट उन्हें राहत देने वाला होगा.महिलायें रसोई गैस को लेकर चिंतित हैं कि कहीं रसोई गैस के दाम न बढ़ें.रसोई गैस के दाम शायद अभी फ़िलहाल न बढ़ें,परन्तु निकट भविष्य में इसका दाम बढ़ने की पूरी सम्भावना है.नौकरीपेशा और व्यापारी वर्ग के लोग चाहते हैं कि इनकम टैक्स में छूट की सीमा बढ़ाई जाये.देश का व्यापारी मोदी सरकार के बजट से बहुत आशान्वित है कि उसकी सारी समस्याओं का समाधान होगा.
मुझे लगता है कि उनकी ये इच्छा कुछ हद तक जरूर पूरी होगी.आम जनता चाहती है कि पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़ाये जायें,परन्तु पेट्रोल,डीजल और केरोसिन तेल के दाम आने वाले समय में जरूर बढ़ेंगे.हमारे देश के बजट में बहुत सी आवश्यक चीजों पर हर साल सब्सिडी देने की व्यवस्था की जाती है,जिससे सरकार कि आय का एक बड़ा हिस्सा सब्सिडी देने में ही व्यय हो जाता है.देश के अर्थशास्त्रिु चाहते हैं कि सभी तरह की सब्सिडियों को ख़त्म कर दिया जाये या फिर ये संभव न हो तो कम कर दिया जाये,यही देशहित में है.देश का सर्वांगीण विकास करने के लिए धन चाहिए.
हमारे देश के किसान चाहते हैं कि बजट में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिले.देश के कई भागों में किसानों की स्थिति बहुत दयनीय है.महाराष्ट्र,कर्नाटक और आंध्रप्रदेश में गरीबी ,कर्ज और भूखमरी से तंग आकर हजारों किसान आत्महत्या कर चुके हैं.भारत में अभी भी खेती वर्षा पर आधारित होने के कारण जुआ मानी जाती है और किसानों को उनकी फसल का उचित भाव भी नहीं मिलता है.बिचौलिये उनकी खून-पसीने की कमाई का एक बड़ा भाग हजम कर जाते हैं.सरकार को हर राज्य की भौगोलिक और सांस्कृतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपनी नीति बनानी चाहिए.
सरकार को किसानो के हितों को ध्यान में रखते हुए बजट में कृषि जिंसों का एक्सपोर्ट खोलने,दुबारा फसल उगाने के लिए प्रोत्साहित करने और कृषि से संबंधित उद्योग-धंधों को बढ़ावा देने पर जोर देना चाहिए.किसानों की कमाई का एक बड़ा हिस्सा बिमारियों से जूझते हुए खर्च हो जाता है.अत: सरकार को किसानों के लिए विशेष स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू करना चाहिए.किसानो को कई खाद्यान्नों के वायदा कारोबार में शामिल होने के कारण बहुत भारी नुकसान हो रहा है.सरकार को इस और ध्यान देते हुए सभी खाद्यान्नों व कृषि जिंसों को वायदा कारोबार से मुक्त कर देना चाहिए.इससे किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिलेगा तथा उपभोक्ताओं को भी लाभ होगा.
देश के व्यापारी चाहते हैं कि बजट में इनकम टैक्स में छूट मिले तथा पूरे देशभर में जीएसटी को लागू किया जाये ताकि सभी प्रदेशों में एक जैसा टैक्स लगे.टैक्स चोरी रोकने के लिए किसी भी वस्तु का केवल एक बार टैक्स लेने की व्यवस्था हो.सराफा व्यवसायी चाहते हैं कि सोने के आयात शुल्क पर भारी रियायत दी जाये.इससे सोने कि स्मगलिंग पर रोक लगेगी तथा ज्वेलरी एक्सपोर्ट को बढ़ावा मिलेगा.व्यापारी चाहते हैं कि इनकम टैक्स स्लैब सहित समूचे टैक्स स्ट्रक्चर का सरलीकरण किया जाये तथा सभी आवश्यक वस्तुओं पर सर्विस टैक्स घटाकर उसे न्यायसंगत ढंग से लागू किया जाये.आम बजट से देश के सभी वर्ग के लोगों की अपनी अपनी उम्मीदें हैं,वो कितनी पूरी होती हैं,ये दस जुलाई को पता चलेगा.
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आलेख और प्रस्तुति=सद्गुरु श्री राजेंद्र ऋषि जी,प्रकृति पुरुष सिद्धपीठ आश्रम,ग्राम-घमहापुर,पोस्ट-कन्द्वा,जिला-वाराणसी.पिन-२२११०६.
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