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शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में शेर-ए-हिन्द नरेंद्र मोदीजी

सद्गुरुजी
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श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में शेर-ए-हिन्द
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी सोमवार को कश्मीर के चुनावी दौरे पर थे.कश्मीर में पिछले कई दिनों से जारी आतंकी हमले को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
किए गए थे.जम्मू-कश्मीर के सांबा के नजदीक मोढ़ में हुई पहली विशाल रैली में मोदी जी ने कहा,”जम्मू-कश्मीर के जन-जन को नमन करते हुए मैं आपका साथ चाहता हूं.”
बुलेट को बैलेट से हराने की अपील करते हुए उन्होंने कहा,”जनता की उंगली में एके-४७ से ज्यादा ताकत है.आपने साबित किया है कि बुलेट को बैलेट से हराया जा सकता है.जम्मू-कश्मीर में बुलेट को बैलेट से हरा दें.”
पिछली सरकारों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा,”मेरा मानना है कि सरकार में इरादा हो तो बदलाव कर लकती है,सरकार भेदभाव से नहीं चल सकती.पिछली सरकारों ने जम्मू-कश्मीर के साथ भेदभाव किया,सबको समान अधिकार मिलना चाहिए.देश की बर्बादी का कारण लोकतंत्र के प्रति अनास्था और वंशवाद के प्रति आस्था रहा.”
जम्मू-कश्मीर के विस्थापितों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा,”विस्थापितों का गुनाह क्या था, वे देश के लिए मर-मिटने वाले थे.१२ लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं,उन्हें वापस बसाऊंगा.”
भाजपा को स्पष्ट बहुत से जिताने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा,”जम्मू-कश्मीर में परिवारवाद की राजनीति को उखाड़ फेंकें और भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएं.कांग्रेस का कोई चुनकर न आए,बीजेपी को स्पष्ट बहुमत दें.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ही श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में अपनी दूसरी विशाल रैली को सम्बोधित करते हुए कहा,”कश्मीर के मेरे भाइयों-बहनों, आपने जो प्यार दिया है, इसे मैं कभी भूल नहीं पाऊंगा.मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इस प्यार को ब्याज समेत लौटाऊंगा.”
दिवाली कश्मीर में मनाने की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा,”जब कश्मीर में आपदा आई तो मैं यहां आया.मैंने दिवाली नहीं मनाई,मैंने अपने दोस्तों के साथ मिठाई नहीं खाई.मैं आपके बीच आपका दुख बांटने के लिए आया.२००१ के भूकंप में तबाह हुआ कच्छ आगे बढ़ सकता है तो कश्मीर भी आगे बढ़ सकता है.मैं उन्हीं अनुभवों और उम्मीदों को लेकर आया हूं.”
सेना की फायरिंग में दो कश्मीरी युवकों की मौत के मामले का भी जिक्र करते हुए उन्होंने कहा,”30 साल में सेना ने पहली बार गलती कबूली.जो नौजवान मारे गए उनको निर्दोष बताया गया.यह मेरी सरकार के नेक इरादों को दिखाता है.”
जम्मू-कश्मीर की पिछली सरकारों का जिक्र करते हुए मोदी जी ने कहा,”आपने कश्मीर में कांग्रेस की सरकार देखी,बाप-बेटे की सरकार देखी,बाप-बेटी की सरकार देखी.तीनों की सरकार देख ली.एक बार तीनों से मुक्ति ले लीजिए.मैं आपके सपनों को अपना सपना बनाऊंगा.मैं ऐसा प्रधानसेवक हूं,जो बार-बार कश्मीर आता हूं.जब से सरकार बनी है,कोई ऐसा महीना नहीं,जब यहां नहीं आया.२०१४ में आया,२०१५ में भी आऊंगा.”
कश्मीर की बेरोजगारी दूर करने का उपाय बताते हुए उन्होंने कहा,”‘पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी’ पहाड़ के काम नहीं आते.मैं इस कहावत को बदलना चाहता हूं.मैं उस दिशा में काम कर रहा हूं.हमें कश्मीर को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाना है.टूरिज्म के लिए कितनी संभावनाएं पड़ी हैं.पूरे विश्व में सबसे तेज विकसित होने वाला व्यवसाय टूरिज्म है.हिंदुस्तान के पास दुनिया को दिखाने के लिए कश्मीर से बढ़िया क्या है? इसलिए कश्मीर को विकास की उन ऊंचाइयों पर ले जाना है,ताकि एक बार फिर से हमारा डल लेक टूरिस्टों के कारण हमेशा भरा-भरा रहे.”
जनता को उम्मीद थी कि मोदीजी पाकिस्तान और उसके द्वारा भेजे जा रहे आतंकवादियों के बारे में कुछ बोलेंगे,परन्तु उन्होंने इसकी कोई विशेष चर्चा नहीं कि और केवल इतना कहा कि कश्मीर में सेना के जवान भी मरे हैं,पुलिस के जवानों ने भी शहादत दी है.साथ-साथ निर्दोष परिवारों के बच्चे भी गंवाए हैं.यह घाटा भरने के लिए शब्दों में ताकत नहीं है.दुख बांटने से कम होता है.भारत का प्रधानसेवक होने के नाते आपका दुख मेरा दुख है.”
पिछले दिनों हुए आतंकी हमले के बावजूद भी मोदीजी कि रैली में भारी भीड़ रही.रैली में शामिल लोगों का उत्साह देखते ही बनता था.मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से विकास के लिए बीजेपी को वोट देने की अपील की तथा इसके साथ ही ये भरोसा भी दिलाया कि वह राज्य की तरक्की के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे.
प्रधानमंत्री जी के इस दौरे कि सबसे बड़ी खासियत ये रही कि वो आतंकी हमले से भयभीत हुए बिना श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में शेर-ए-हिन्द कि तरह से गरजे.इस मामले में मोदीजी की जितनी भी तारीफ की जाये,वो कम ही है.
मन में चुभने वाली थोड़ी ख़राब बात मुझे बस यही लगी कि उन्होंने अपने भाषण के अंत में हर रैली की तरह “भारत माता की जय” के नारे नहीं लगवाये.कश्मीर घाटी में चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बड़े पोस्टर लगाये गए और कश्मीर के लोंगो के दिलों में बसने वाले वाजपेयी के नाम का सहारा लेने की कोशिश की गई है.भाजपा अपने चुनाव अभियान में धारा ३७० और सामान नागरिक संहिता के साथ साथ केसरिया (भगवा) रंग भी भूल चुकी है.
कश्मीर घाटी में धार्मिक महत्व के कारण अन्य पार्टियों की तरह भाजपा ने भी अपने बैनर,पोस्टर में हरे रंग का इस्तेमाल किया है और उनपर भाजपा की जगह अंग्रेजी में बीजेपी लिखा हुआ है.इस बात में कोई दो राय नहीं कि भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में सत्ता पाने के लिए मज़बूरी में कुछ ऐसे समझौते कर लिए हैं,जो उसके सिद्धांतों के विपरीत हैं.जम्मू-कश्मीर में पूर्ण बहुमत से सत्ता पाने के लिए भाजपा ने बहुत जोरदार और आक्रामक चुनाव प्रचार किया है.उसे जम्मू-कश्मीर में कितनी सफलता मिलती है,यह तो आने वाला समय ही बताएगा.
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आलेख और प्रस्तुति=सद्गुरु श्री राजेंद्र ऋषि जी,प्रकृति पुरुष सिद्धपीठ आश्रम,ग्राम-घमहापुर,पोस्ट-कन्द्वा,जिला-वाराणसी.पिन-२२११०६.
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