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‘कार्य प्रगति पर है’-मोदी सरकार के दो साल के कार्यों की समीक्षा

सद्गुरुजी
सद्गुरुजी
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‘कार्य प्रगति पर है’-मोदी सरकार के दो साल के कार्यों की समीक्षा
देखो आसमान में खिलकर सूरज निकल रहा है…
देश का परचम अब ऊंचा उड़ रहा है…
बरसों का अंधेरा रोशन हो रहा है…
गरीब की रसोई से धुआं हट रहा है…
मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है…
बेटियों को पढ़ाकर परिवार बन रहा है..
गरीब को मिला सहारा, कारोबार उभर रहा है…
किसान की फसल को बीमा का बल मिल रहा है…
मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है…

मोदी सरकार ने अपने दो साल पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ये थीम सॉन्ग जारी किया है. नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2014 को शपथ ली थी. इस साल 26 मई को उनकी सरकार के दो साल पूरे हो जाएंगे. 2 साल पूरे होने पर 26 मई से लेकर 25 जून तक मोदी सरकार विकास पर्व मनाने जा रही है. पीएम मोदी इस विकास पर्व के दौरान देश की जनता को सरकार की उपलब्धियां बताने के लिए कई रैलियां करेंगे. पहली रैली सहारनपुर में 26 मई को होगी. 28 मई की शाम को इंडिया गेट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमे मोदी सरकार के मंत्रियों के अलावा देश की कई जानी मानी हस्तियां भी शामिल होंगी. मोदी सरकार के दो साल के कार्यकाल पूरे होने के मौके पर उसे सबसे बड़ी शाबाशी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने दी है. आडवाणी ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि देश की जनता ने जिस उम्मीद से पीएम मोदी की सरकार को प्रचण्ड जनाधार दिया था, वह उसपर पूरी तरह से खरा उतरी है.
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आडवाणी ने मोदी के दो साल के कार्यकाल को बहुत अच्छा बताया और कहा कि मोदी सरकार का दो साल का कार्यकाल जनता की उम्मीदों से भी कहीं अधिक अच्छा रहा है. दूसरी महत्वपूर्ण शाबासी एसोचैम यानि भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल ने दी है.1920 में स्थापित एसोचैम भारत की वाणिज्य एवं व्यापार के हितों की रक्षा के लिये काम करती है. इस समय भारत की एक लाख से अधिक कंपनियाँ इसकी सदस्य हैं. एसोचैम ने मोदी सरकार को दो साल के काम के लिए 10 में से 07 अंक दिए हैं. उसने माना है कि मोदी सरकार का काम आक्रामक ढंग से प्रगति पर है. उसने देश की बड़ी ग्रामीण जनसंख्या और कृषि क्षेत्र के सामने मौजूद समस्याओं से निपटने के लिए आक्रामक नीति अपनाई है. मोदी सरकार ने सड़क, राजमार्ग, रेलवे और उर्जा के क्षेत्र में कई साहसिक कदमों को उठाकर देश की अर्थव्यवस्था को अच्छे ढंग से सम्भाल लिया है. हालाँकि एसोचैम ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के फंसे हुए कर्ज के बढ़ते जाने पर गहरी चिंता जताई है.
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अन्य जटिल मुद्दों की चर्चा करते हुए एसोचैम के अध्यक्ष सुनील कनोड़िया ने रविवार को कहा कि कर विवादों के निस्तारण, कृषि सुधार, विनिवेश और महत्वपूर्ण जीएसटी विधेयक पर सरकार को अभी बहुत काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अभी रेलवे और राजमार्ग क्षेत्र में किए गए कामों का परिणाम सामने आना बाकी है, इसलिए मोदी सरकार को ‘कार्य प्रगति पर है’ वाली सरकार कहना ही फिलहाल ज्यादा उचित होगा. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में काफी गिरावट आई है, जिसके कारण मुद्रास्फीति बहुत हद तक काबू में चल रही है. मोदी सरकार के राजकोषीय अनुशासन और रिजर्व बैंक की कठोर नीति के कारण भी मुद्रास्फीति नियंत्रित हुई है. इसके बावजूद भी खाद्य पदार्थ, खासकर आटा, दाल, चावल, चाय, चीनी, तेल, हल्दी, मिर्च, साबुन और दंतमंजन जैसी जरुरी वस्तुओं और कुछ अन्य आवश्यक चीजों के दामों में आई तेजी से आम आदमी के जीवन पर बहुत बुरा असर पड़ा है. इसलिए महंगाई को तुरंत नियंत्रित करने की जरुरत है. हालांकि दो साल से हो रही वर्षा की कमी को महंगाई बढ़ने का एक मुख्य कारण माना जा रहा है.
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अपनी आर्थिक नीतियों और आर्थिक सुधारों से मोदी सरकार ने भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित किया है. यही वजह है कि विश्व बैंक सहित दुनिया के तमाम देश आज ये कह रहे हैं कि विश्वव्यापी मंदी के वावजूद भी भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत हद तक उससे अछूती रहते हुए तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है. नरेंद्र मोदी के दो साल के कार्यकाल में एक विशेष क्षेत्र जहाँ पर सबसे ज्यादा चमत्कारी बदलाव महसूस किया जा रहा है, वो है भारत की विदेश नीति. प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत की विदेश नीति में नरेंद्र मोदी ने जैसे नई जान डाल दी है. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मोदी की तारीफ करते हुए पिछले साल कहा था कि उनकी ‘व्यक्तिगत ऊर्जा’ से भारत के कूटनीतिक रिश्तों में नई जान आई है और उसे नई पहचान भी मिली है. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वाजपेयी जी की तरह, मोदी ने भी विदेशों में रह रहे भारतीय मूल के लोगों और भारतीय संस्कृति को अपनी विदेश नीति का एक अहम हिस्सा बनाया है. उन्होंने अपनी सफल विदेश निति से भारत के तमाम राष्ट्रीय हित भी साधे हैं, जो उनसे पहले कोई और इतने अच्छे ढंग से नहीं कर सका था. अंत में मोदी सरकार के दो साल के कार्यकाल पर संतुष्टि जताते हुए मैं भी यही कहूंगा कि, ‘कार्य प्रगति पर है.’ अंत में मोदी सरकार के ‘थीम सॉन्ग’ के ये बोल-

युवाओं के हाथों से भारत संवर रहा है…
गांव की सड़क से अब शहर जुड़ रहा है…
बैंक अब सभी का खाता खोल रहा है…
मील का सफर अब मन को भा रहा है…
हुनर के हौसले से रोजगार बढ़ रहा है…
मेरा देश बदल रहा है, आगे बढ़ रहा है…

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(आलेख और प्रस्तुति= सद्गुरु श्री राजेंद्र ऋषि जी, प्रकृति पुरुष सिद्धपीठ आश्रम, ग्राम- घमहापुर, पोस्ट- कंदवा, जिला- वाराणसी. पिन- 221106)
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