Menu
blogid : 15204 postid : 1209912

कांग्रेस मुक्त भारत बनते बनते कहीं भाजपा मुक्त भारत न बन जाए

सद्गुरुजी
सद्गुरुजी
  • 534 Posts
  • 5673 Comments

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

भारतीय जनता पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती के ख़िलाफ़ अभद्र टिप्पणी करने वाले उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को पार्टी के सभी पदों से हटाते हुए उन्हें छह साल के लिए पार्टी से बाहर निकाल दिया है. अगले वर्ष उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं, इसी वजह से भाजपा को मजबूरन दयाशंकर सिंह के खिलाफ़ त्वरित रूप से कार्रवाई करनी पड़ी है. फिर भी राजनीतिक उबाल अभी जारी है. भाजपा अच्छी तरह से जानती है कि दयाशंकर सिंह का भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मायावती की तुलना वेश्या से करना उसे बहुत भारी पड़ने वाला है. पिछले कुछ माह से पीएम मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जिस तरीक़े से दलित वोटरों को रिझाने की कोशिश में लगे थे, उस अभियान को इस घटना से करारा झटका लगा है. सब जानते हैं कि दलित वोट हासिल करने के लिए उत्तर प्रदेश में इन दिनों भाजपा, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बसपा में जबरदस्त होड़ लगी हुई है. बसपा का तो आधारभूत वोट बैंक दलित समाज है. मोदी के अथक प्रयासों के कारण निसंदेह दलित समाज का एक बड़ा हिस्सा भाजपा से जुड़ गया था.

मायावती एक ओर जहाँ भाजपा के द्वारा उसके दलित वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश से परेशान थीं, वहीँ दूसरी तरफ बसपा के दो वरिष्ठ नेताओं स्वामी प्रसाद मौर्य और आरके चौधरी के पार्टी छोड़ने से भी हताश थीं. इन नेताओं ने मायावती पर टिकट बेचने के आरोप लगाए थे. दयाशंकर सिंह ने उनसे भी आगे बढ़ चढ़कर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मायावती की तुलना वेश्या से कर दी, जिससे देशभर का दलित समाज आक्रोशित हो उठा. दिल्ली से लखनऊ तक देश के कई हिस्सों में हजारों बसपा कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. इन विरोध प्रदर्शनों की सफलता से गदगद मायावती को मानों फिर से एक नई संजीवनी बूटी मिल गई. उन्होंने एक तीर से दो निशाने साधे. एक तो दलित समाज के उस तबके का भाजपा से मोहभंग हो, जो वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के समय भाजपा के नजदीक चले गए थे और दूसरे पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को ये सन्देश देना कि उनके जाने से बसपा कमजोर नहीं बल्कि और मजबूत हुई है. इस बात में कोई संदेह नहीं कि मायावती इस मुद्दे को आगे भी जीवित रखेंगी और समय समय पर उठाती रहेंगी.
mayawati-and-dayashankar_650x400_41469090332
अब इसी बहाने दलितों के प्रति भाजपा के रवैये को एक बड़ा मुद्दा बनाएंगी. निश्चित रूप से इससे भाजपा को नुकसान होगा. भाजपा को अपनी पार्टी और हिन्दू संगठनों के बड़बोले नेताओं पर न केवल अंकुश लागाने की जरुरत है, बल्कि उनसे हर तरह का सम्बन्ध तोड़ने की भी जरुरत है. इसी वर्ष विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने देश के करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हुए मुस्लिम मुक्‍त भारत बनाने की बात की थी. राष्ट्रीय एकता के विरुद्ध बातें करने पर उनके खिलाफ देशभर में कई मुकदमे दर्ज हुए. मोदी सरकार में राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के समय समय पर दिए गए अनेकों विवादित बयानों से भाजपा को भारी नुकसान पहुंचा है. पार्टी ऐसे लोंगो से दूर नहीं रहेगी तो कांग्रेस मुक्त भारत बनते बनते कहीं भाजपा मुक्त भारत न बन जाए. अंत में एक बात और कहूंगा कि दयाशंकर सिंह के साथ साथ उन बसपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भी कानूनी कार्यवाही हो जो लखनऊ में हजरतगंज चौराहे पर दयाशंकर सिंह की बेटी-बहन का अभद्रता से जिक्र करते हुए गाली-गलौज के साथ बेहद आपत्तिजनक नारे लगाए.

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
आलेख और प्रस्तुति= सद्गुरु श्री राजेंद्र ऋषि जी, प्रकृति पुरुष सिद्धपीठ आश्रम, ग्राम- घमहापुर, पोस्ट- कन्द्वा, जिला- वाराणसी. पिन- 221106
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh