Menu
blogid : 15204 postid : 1257808

पाकिस्तान जैसे बेहया और आतंकवादी मुल्क से अब हम कैसे निपटें?

सद्गुरुजी
सद्गुरुजी
  • 534 Posts
  • 5673 Comments

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
पाकिस्तान जैसे बेहया और आतंकवादी मुल्क से अब हम कैसे निपटें?
सन 2013 में अपने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा था, “भारत मुश्किल स्थिति से गुज़र रहा है. चीन हमारी सीमा में घुसपैठ कर रहा है. पाकिस्तान बार-बार हमारे सैनिकों की जान ले रहा है और केंद्र कुछ नहीं कर रहा है.” उस समय केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार थी और मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. मोदी जी अब तो आप मनमोहन सिंह को दोष नहीं दे सकते हैं. आप पूर्ण बहुमत प्राप्त प्रधानमंत्री हैं, देश की सारी जनता आपके साथ है, फिर आप क्यों पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंक को बर्दाश्त कर रहे हैं? कश्मीर के उड़ी सेक्टर में भारतीय सेना के शिविर पर हुए हमले में हमारे 20 सैनिक शहीद हुए हैं. इस तरह से आखिर कब तक हम रक्षात्मक रुख अपनाते हुए एक के बाद आतंकी हमले झेलते रहेंगे और पाकिस्तान आतंकवादियों को भेजकर एक गहरी साजिश के तहत और छल-कपट के द्वारा हमारे बहादुर सैनिकों की जान लेता रहेगा? आप पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की तरह कबतक दुविधा में फंसे रहेंगे? उचित तो यही है कि अब आप जल्द से जल्द पाकिस्तान के ख़िलाफ़ आर-पार वाला अंतिम फ़ैसला लीजिए.

भाजपा के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कुछ रोज पहले कहा था कि जम्मू कश्मीर में महबूबा मुफ्ती नीत सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए. कश्मीर घाटी में पिछले दो महीने से भी अधिक समय से जारी अशांति और लगातार जारी आतंकी हमलों पर अपनी राय व्यक्त करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि शुरुआत में हमें लगा था कि चूंकि हम जम्मू और लद्दाख में जीते हैं और पीडीपी कश्मीर में जीती है, इसलिए हमें पीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने का प्रयोग करना चाहिए, किन्तु अब मेरे सहित देश के बहुत से लोगों को लगता है कि यह प्रयोग विफल रहा है. कश्मीर घाटी में जारी प्रदर्शन और आतंकी हमलों से कड़ाई से निपटने के लिए सैन्य ताकत जरूरी है. महबूबा मुफ्ती सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए, यदि न दें तो इस सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए. सुब्रमण्यम स्वामी ने जो कुछ भी कहा है, सही कहा है. अन्तोगत्वा जम्मू-कश्मीर में यही होने वाला है. लोकतांत्रिक ढंग से चुनी हुई सरकार को जब अराजक और आतंकी तत्व चलने और काम करने ही न दें तो कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है.
18_09_2016-indian_army_01
कल कश्मीर के उड़ी क्षेत्र में एक आर्मी बेस कैंप पर सीमा पार पाकिस्तान से आए आतंकियों के हमले में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद और 25 घायल हुए हैं. सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में चार आतंकवादी भी मारे गए हैं. इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान दोनों तरफ से सख्त बयान आ रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “हम उरी में हुए कायराना हमले की कड़ी आलोचना करते हैं. मैं राष्ट्र को भरोसा देता हूं कि इस कायरतापूर्ण हमले के पीछे जो लोग हैं उन्हें सज़ा ज़रूर मिलेगी.” उधर बड़ी बेहद बेशर्मी के साथ पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में साफ-साफ कहा कि अगर भारत ने हमारी जमीन पर कदम रखा तो हम परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने से गुरेज नहीं करेंगे. एक अनुमान के अनुसार पाकिस्तान के पास लगभग 120 परमाणु हथियार हैं और वो इस्लामाबाद के करीब काहुटा शहर में एक यूरेनियम एनरिचमेंट कॉम्प्लेक्स (न्यूक्लियर साइट ) बना रहा है. अपनी इसी विनाशकारी उन्नति के बल पर वो भारत पर परमाणु हमला करने की धमकी देता रहता है.

अब सवाल ये है कि भारत पर लगातार हमले करने वाले पाकिस्तान जैसे बेहया और ढेरों आतंक की फैक्ट्रियां चलाने वाले आतंकवादी मुल्क से हम कैसे निपटें? सीमा पार कर पाकिस्तान में चलाये जा रहे आतंकी केम्पों को यदि हम नष्ट करने की कोशिश करते हैं तो पाकिस्तान हम पर परमाणु हमला भी कर सकता है, इसमें कोई सन्देह नहीं. भारत के पास अन्य विकल्प यही है कि हम बलूचिस्तान का समर्थन कर पाकिस्तान को परेशान करें और उसे आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए अपने मित्र देश अफगानिस्तान का सहारा लेकर उसका विदेशों में सड़क मार्ग से होने वाला विस्तृत व्यापार रोक दें. एक महीने में पाकिस्तान की आर्थिक हालत बेहद खस्ती हो जायेगी. जम्मू-कश्मीर की तीन नदियों का पानी पाकिस्तान में जाने से रोकना भी उसे परेशान करने का एक अन्य कारगर उपाय है. अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान को एक आतंकी मुल्क साबित कर उसे अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से अलग-थलग करने की जरुरत है. अंत में बस यही कहूंगा कि हम सब लोग उरी में शहीद होने वाले सैनिकों को सलाम करते हैं. हमारी हार्दिक संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ हैं.

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
आलेख और प्रस्तुति= सद्गुरु श्री राजेंद्र ऋषि जी, प्रकृति पुरुष सिद्धपीठ आश्रम, ग्राम- घमहापुर, पोस्ट- कन्द्वा, जिला- वाराणसी. पिन- 221106
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh