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भारतीय सेना का अनुपम शौर्य: सिर काटने वालों के सिर उड़ा दिए- जागरण जंक्शन मंच

सद्गुरुजी
सद्गुरुजी
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मंगलवार को भारतीय सेना ने यह कहकर सभी हिन्दुस्तानियों, खासकर शहीद सैनिकों के परिवारों को बहुत सुकून पहुंचाया कि उसने नौ मई के आस-पास पाकिस्तान के खिलाफ बेहद सख्त सैन्य कार्रवाई करते हुए उसकी कई सैन्य चौकियों और बंकरों को तबाह कर दिया है. जम्मू से 100 किलोमीटर दूर नौशेरा सेक्टर में अपनी सीमा के भीतर से ही रॉकेट लांचर, एंटी गाइडेड मिसाइल, 105 एमएम रिकोइल्स गन, 105 एमएम लाइट फिल्ड गन और 130 एमएम गन आदि का इस्तेमाल करते हुए यह कारवाई की. बंकरों में छिपे पाकिस्तानी सैनिकों और भारत में घुसपैठ करने का मौका तलाशते आतंकियों को जवाबी हमला करना तो दूर, उन्हें कुछ सोचने तक का वक्त नहीं मिला. भारतीय सेना ने 24 सेकेंड में 21 बार ब्लास्ट कर पाक चौकियों और बंकरों को उडाया. विशेषज्ञों का अनुमान है कि भारतीय सेना के इस हमले में पाकिस्तान के 20 से 25 सैनिकों के मारे जाने की संभावना है, इसमें सीमा पार के कई आतंकी भी शामिल हो सकते हैं, जो जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाने के लिए घुसपैठ करने की फिराक में वहां पर डेरा जमाये हुए थे.

सेना ने मंगलवार को इस ऑपरेशन का न सिर्फ खुलेआम एलान किया है, बल्कि नौशेरा में हुई कार्रवाई का 24 सेंकेड का एक वीडियो भी जारी किया है. 1 मई की सुबह एलओसी पर गश्त कर रहे भारतीय जवानों पर पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के साथ मिलकर हमला किया था और इस हमले में दो जवान शहीद हुए थे, जिनके शवों के सिर काटकर पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकियों ने बर्बरता और अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी थीं. नौशेरा में हुई कार्रवाई को कश्मीर समस्या के समाधान की दिशा में सख्त सैन्य कार्यवाही करने के संकेत के साथ ही इस साल 1 मई को भारतीय सैनिकों से की गई बर्बरता और उनके सिर काटने की नापाक हरकत का बदला लेने के संदर्भ में भी देखा जा रहा है. एक्सपर्ट का कहना है कि सेना का यह कदम बिलकुल सही है. जब तक पाकिस्तान कमजोर नहीं होगा, तबतक कश्मीर समस्या का समाधान भी नहीं निकलेगा. क्योंकि कश्मीर में घुसपैठ कराने वाला और आतंक का हिंसक खेल खिलाने वाला असली खिलाड़ी वही है,

कश्मीर में अमन और खुशहाली लाने के लिए पाकिस्तान को बुरी तरह से परास्त कर कमजोर करना बेहद जरुरी है. पाकिस्तान के सैनिक आतंकियों के साथ मिलकर गुरिल्ला युद्ध लड़ने और पीठ पीछे वार करने में ही माहिर हैं, वो आमने-सामने की लड़ाई नहीं लड़ सकते हैं, क्योंकि उनके जवान और जेसीओ आतंकियों के सहारे आगे बढ़ते हैं और आतंकियों के मरते ही वापस भागने लगते हैं. पाकिस्तानी सेना के अफसर मौज और अय्यासी करने के लिए जाने जाते हैं. बड़े पाकिस्तानी अफसरों के सैकड़ो बीघे में फैले फ़ार्म हाउस और बड़ी बड़ी फैक्ट्रियां हैं, जहाँ पर पाकिस्तानी सेना के जवान काम करते हैं. पाकिस्तानी सेना के अफसर बस एक काम बखूबी करते हैं और वो है, भारतीय सेना के हर दावे को सोशल मीडिया के जरिये ‘गलत’ करार दे दो, बस हो गई उनकी जबाब देने की जिम्मेदारी से छुट्टी. यही काम अफसरों ने इस बार भी किया है. पिछले साल पिछले साल 29 सितंबर को जब सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी, तब भी भारतीय सेना के खुलेआम एलान को उन्होंने गलत करार दिया था.

नौ मई को भारतीय सेना ने नौशेरा में कई पाकिस्तानी चौकियों और बंकरों को तबाह किया और न जाने कितने पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकियों का भीषण बमबारी करके सिर उड़ा दिया. मजेदार बात यह है कि आज इसे गलत और झूठा करार देने वाला पाकिस्तान 13 मई को नौशेरा में हुई जबरदस्त बमबारी पर एतराज जताया था. पाकिस्तान को सबक सिखाने और सुधारने का सख्त से सख्त सैन्य कार्यवाही करने के सिवा अब हमारे पास और कोई भी विकल्प शेष नहीं बचा है. पाकिस्तान कमजोर होगा तो कश्मीर में उसके बल पर जारी आतंक भी मर जाएगा. कश्‍मीर में पत्थरबाजों से निपटने के लिए एक पत्थरबाज को जीप से बांधने वाले मेजर लितुल गोगोई की आजकल पूरे हिन्दुस्तान में खूब तारीफ़ हो रही है, हालांकि विपक्ष के कुछ नेता और बुद्धिजीवी उनकी आलोचना भी कर रहे हैं. मेजर लितुल गोगोई ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि पत्थर के साथ पेट्रोल बम भी फेंक रही भीड़ के बीच ऐसा कर उन्होंने कई लोगों की जान बचाई. वो सही कह रहे हैं, अंत में भारतीय सेना के अनुपम शौर्य को सलाम. जयहिंद.

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