Menu
blogid : 15204 postid : 1337379

सेना के खिलाफ बोलने वालों को 3 साल के लिए सेना के हवाले कर दिया जाए-राजनीति

सद्गुरुजी
सद्गुरुजी
  • 534 Posts
  • 5673 Comments

हमने सदियों में ये आज़ादी की नेमत पाई है
सैकड़ों क़ुरबानियाँ देकर ये दौलत पाई है
मुस्कराकर खाई हैं सीनों पे अपने गोलियाँ
कितने वीरानों से गुज़रे हैं तो जन्नत पाई है

उर्दू के महान शायर, गीतकार और साहित्यकार शकील बदायुनी साहब के ये बोल यथार्थ से भरे हुए और अनमोल हैं. देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद कराने के लिए न जाने कितने स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने सीने पर गोलियां खाईं, अपने सर कटाये और अपने घर-परिवार से दूर रह कर अपनी जिंदगी का बहुत लंबा समय जेलों में यातना झेलते हुए बिता दिए. हमें आजादी की जन्नत दिलाने के लिए जो लोग निस्वार्थ भाव से अपनी जिंदगियां कुर्बान किये, उन्हें कोटि-कोटि नमन और कोटि-कोटि नमन उन्हें भी, जो सेना, सुरक्षा-बल और पुलिस के रूप में हमारी आजादी रूपी जन्नत की दिन-रात चौकसी कर रहे हैं और दुश्मन मुल्क की सेना, आतंकवादियों, नक्सलियों व दंगाइयों आदि बाहरी व भीतरी शत्रुओं से हमारे देश की संप्रभुता और आजादी की रक्षा कर रहे हैं. देश के आंतरिक शत्रुओं की बात करें तो नक्सलियों, दंगाइयों, दबंगों, गुंडे-बदमाशों और अराजक व असामाजिक तत्वों से भी ज्यादा खतरनाक हमारे देश के कुछ नेता हो गए हैं.

मंत्री, सांसद तथा विधायक आदि बने रहने के लिए और अपनी साम्प्रदायिक राजनीति चमकाने के लिए कुछ नेता ऐसे जहरीले बोल बोल जाते हैं, जो कभी देश तो कभी देश की सेना के खिलाफ होते हैं. केंद्र की मोदी सरकार ऐसे देशद्रोही नेताओं के खिलाफ अभी तक कुछ भी नहीं कर पाई है, इसी वजह से उनके हौसले बुलंद हैं. बुधवार को उत्‍तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री व समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान का एक विडियो सामने आया है, जिसमे वो कह रहे हैं कि “दहशतगर्द फौज के प्राइवेट पार्ट्स काटकर साथ ले गए. उन्हें हाथ से शिकायत नहीं थी. सिर से नहीं थी. पैर से नहीं थी. जिस्म के जिस हिस्से से उन्हें शिकायत थी, वे उसे काटकर ले गए. यह इतना बड़ा संदेश है, जिस पर पूरे हिंदुस्तान को शर्मिदा होना चाहिए और सोचना चाहिए कि हम दुनिया को क्या मुंह दिखाएंगे?” विवादित बयान देने के लिए बदनाम आजम खान का यह बयान कितना निंदनीय है, यह कुछ नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया पर हुई आजम खान की जबरदस्त खिंचाई से जाहिर हो जाता है.

हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने आजम खान को हकीकत का आईना दिखाते हुए बुधवार शाम ट्वीट कर कहा, ‘आजम खान इतना जरूर याद रखना कि हिन्दुस्तान में तू जिंदा इसलिए है क्योंकि सीमाओं पर वही सेना पहरा दे रही है जिसे तुम अपमानित कर रहे हो.’ अनिल विज ने तीखा प्रहार किया है. सोशल मीडिया पर ही एक यूजर ने बेहद गंभीर और सोचने लायक ट्वीट किया है, ‘आज़म खान! किसी एक सैनिक की हरकत पर पूरी सेना को बलात्कारी नहीं कह सकते हो, क्योंकि इस हिसाब से तो हर मुस्लिम आतंकवादी हो जाएगा.’ यूजर का ईशारा इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) और इस्लाम की सेवा करने के नाम पर बहुत सारे आतंकी ग्रुप बनाकर हिन्दुस्तान सहित दुनिया के अनेक देशों में फैलाये जा रहे आतंकवाद से था. एक न्यूज चैनल पर दिखाई जा रही मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आजम खान के बयान पर विवाद बढ़ने के बाद उनके आफिस से सफाई दी गई कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की महिला फौज ने सुरक्षा बलों के गुप्तांग काटे थे.

ये भी हास्यास्पद और मूर्खतापूर्ण सफाई है, क्योंकि जेएमएम या झामुमो यानि झारखंड मुक्ति मोर्चा कोई नक्सली नहीं, बल्कि देश की एक क्षेत्रीय राजनैतिक पार्टी है, जो झारखंड में राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के साथ मिलकर साझा सरकार भी बना चुकी है. वैसे भी झारखंड में नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमलों में शहीद 6 सुरक्षाकर्मियों के गुप्तांग काटे जाने की खबरें कुछ समय पहले सामने आई थीं, जिसका कारण नक्सलियों की नफरत थी, न कि रेप जैसी कोई बात. सेना के खिलाफ उलजुलूल बोलने वालों के खिलाफ फिलहाल कोई कठोर कानून नहीं है, इसलिए वो सख्त सजा से बच जा रहे हैं. मोदी सरकार संसद के जरिये एक नया कानून यह बनवाये कि सेना के खिलाफ बोलने वालों को तीन साल के लिए सेना के हवाले कर दिया जाए. जब ये लोग पिटठू लगा के रोज मैदान में दौड़ेंगे और सीमा पर जाकर देश के दुश्मनों से लड़ेंगे तो सही हो जाएंगे. देश के गद्दार नेताओं से निपटने के लिए शकील बदायुनी साहब ने भी इन बोलों में एक बेहतरीन उपाय सुझाया है.

वक़्त की आज़ादी के हम साथ चलते जाएंगे
हर क़दम पर ज़िंदगी का रुख़ बदलते जाएंगे
गर वतन में भी मिलेगा कोई गद्दार\-ए\-वतन
अपनी ताक़त से हम उसका सर कुचलते जाएंगे

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh